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Showing posts from October, 2017

स्वयं सेवकों ने एकता दिवस पर निकाली रैली

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टिहरी गढ़वाल।  राइका मरोडा़ सकलाना में राष्ट्रीय सेवा योजन इकाई (NSS )मरोडा़ के कार्यक्रम अधिकारी वृक्ष मित्र डा० त्रिलोक सोनी के नेतृत्व मे तथा प्रधानाचार्य बी०आर शर्मा की उपस्थिति में गांव में लोगों को एकता दिवस का संदेश गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए मरोडा़ के राष्ट्रीय सेवा योजन के छात्र-छात्राअों व शिक्षकों ने “रन फॉर यूनिटी “(एकता दौड़ )लगाकर जन-जन को जाकरूक व प्रेरित किया। वृक्ष मित्र डा० त्रिलोक सोनी ने कहा दुनिया में एकता का उदाहरण भारत है। 29 राज्यों के होने पर भी पूरा देश एक सूत्र के आधार पर चलता है। यह रन फॉर यूनिटी शहर ही नहीं गांव के जन-जन तक पहुँचाया गया लोगों ने भी बड़चड़ कर भाग लिया। विद्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर प्रतियां पर फूलो की माला से लोहा पुरूष पटेल को श्रद्धांजलि दी गई। विद्यालय में अनेक कार्यक्रम भी किये गए। इस अवसर पर गिरीशचन्द्र कोठियाल, नवीन भारती, देवेन्द्र पुंडीर, शरद चन्द्र बाडोनी, कुलदीप चौधरी, शशी रतुडी व ऋषीबाला शशी गुसाई समेत पूरा विधालय स्टाफ मौजूद रहा।

कोई समझौता नहीं होगा राजस्व प्राप्ति से: मुख्यमंत्री

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मंगलवार को सचिवालय में ऊधमसिंह नगर एवं नैनीताल के खनन व्यवसायियों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। खनन व्यवसाइयों ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि जो स्टोन क्रशर अभी बंद चल रहे हैं उन्हें चलाने की अनुमति दी जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन से सरकार को अधिक से अधिक राजस्व की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए स्टोन क्रशर की कैपिसिटी के हिसाब से नियमानुसार रॉयल्टी जमा करनी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य खनन व्यवसायियों के व्यवसाय को नुकसान पहुंचाना नहीं है लेकिन नियमानुसार राजस्व की प्राप्ति से भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध खनन को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरविंद पाडेय, पूर्व सासद बलराज पासी भी उपस्थित थे।

सुपरवाइजर की विजिलेंस जांच के आदेश दिये

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) के एक सुपरवाइजर के खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। सुपरवाइजर के खिलाफ मुख्यमंत्री को आय से अधिक संपत्ति और प्रापर्टी का धंधा करने की शिकायत मिली थी। एमडीडीए में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशैली पर पहले से ही सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री के पास यह शिकायत पहुंची थी कि एमडीडीए के एक सुपरवाइजर के पास अकूत संपत्ति है और यह संपत्ति गलत कार्यो व प्रापर्टी का धंधा करके हासिल की गई है। शिकायत यह भी थी कि इस सुपरवाइजर के खिलाफ कांग्रेस सरकार में भी शिकायत हुई थी और कुछ समय के लिए इसे कार्यालय से अटैच कर दिया गया था। अपनी राजनीति पहुंच और रसूख के बल पर इस सुपरवाइजर ने अपना अटैचमेंट समाप्त कराते हुए सेक्टर बदलवा लिया था। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद इस सुपरवाइजर को फिर से प्राधिकरण में अटैच कर दिया गया था। तब से ही वह अटैचमेंट पर चल रहा था। अब इस सुपरवाइजर के खिलाफ मिले शिकायती पत्र का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने इसकी विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। जल्द ही विभाग की ओर

मुझे मौका मिला तो उत्तराखण्ड की प्रतिभाओं के लिए बनवाउंगा बेहतरीन प्लेटफार्म: आजाद अली

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देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली ने 74 वी लाला नेमी दास मेमोरियल डिस्ट्रिक्ट फुटबॉल लीग 2017 के उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर बोलते हुए आजाद अली ने कहा कि उत्तराखंड की प्रतिभाओं के साथ राज्य सरकारों ने खिलवाड़ किया है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है किंतु बेहतर सुविधाएं प्रदान ना की जाने की वजह से राज्य की प्रतिभाएं पिछड़ती जा रही हैं। उन्होंने फुटबॉल एसोसिएशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 74 वर्षों से यह एसोसिएशन लगातार फुटबॉल मैच का आयोजन करता आ रहा है, किंतु एसोसिएशन को राज्य सरकार की ओर से भी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन के बैनर तले देश के कई नामी खिलाड़ी अपनी कला का प्रदर्शन उत्तराखंड में कर चुके हैं बावजूद इसके एसोसिएशन को अपने वजूद को बचाए रखने के लिए जूझना पड़ रहा है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे उत्तराखंड की प्रतिभाओं के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म मुहैया करवाने के लिए प्रयास करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने फुटबॉल खिलाड़ियों से मिलकर उनकी हौसल

घरों के भीतर प्रदूषण की वजह से भारत में 2015 में 1.24 लाख लोग मरे

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नई दिल्ली।  भारत में घरों के भीतर वायु प्रदूषण के कारण वर्ष 2015 में 1.24 लाख लोगों की असामयिक मौत हुई। चिकित्सा जगत की जानी मानी पत्रिका लांसेट में प्रकाशित ‘द लांसेट काउंटडाउन: ट्रैकिंग प्रोग्रेस ऑन हेल्थ एंड क्लाइमेंट चेंज’ रिपोर्ट में यह बात कही गई है। घरों में वायु प्रदूषण के कारण हुई इन मौतों की संख्या कोयला बिजली संयंत्रों या अन्य औद्योगिक स्रोतों से होने वाले उत्सर्जन के कारण हुई मौतों से अधिक है। विशेषज्ञ भी लंबे समय से यह कहते रहे हैं कि भारतीय घरों में खासकर ग्रामीण इलाकों में भोजन बनाने के लिए ईंधन के रूप में लकड़ी या गोबर का इस्तेमाल और धुआं निकलने के लिए पर्याप्त साधन न होने के कारण वायु की गुणवत्ता घातक है। इस रिपोर्ट ने विशेषज्ञों की यह बात स्थापित कर दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5 की मौजूदगी के कारण वायु प्रदूषण के कारण वर्ष 2015 में 5,24,680 लोगों की असामयिक मौत हुई और इन मौतों का सबसे बड़ा कारण घरों के भीतर वायु प्रदूषण है जिसके कारण 1,24,207 लोगों की असामयिक मौत हुई।   अन्य स्रोतों में, कोयला बिजली संयंत्

देवबंद के सभी पासपोर्ट धारकों के दस्तावेजों की जांच शुरू

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मेरठ ।  उत्तर प्रदेश के देवबंद में लगातार आंतकी गतिविधियों की सूचनाओं के बाद अब यूपी पुलिस ने यहां संवेदनशील कस्बों में रहने वाले सभी लोगों के पासपोर्ट का वेरिफिकेशन करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सहारनपुर और मुजफ्फरनगर जिलों में भी सारे पासपोर्ट की जांच शुरू की गई है। बांग्लादेशी संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। उनके पास देवबंद के पते का पासपोर्ट मिला था। सहारनपुर डीआईजी के एस इमेनुएल ने बताया कि लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) को भी इस पूरे अभियान में यूपी पुलिस के साथ शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त विदेशी छात्रों के दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी। सैकड़ों विदेशी छात्र देवबंद के दारुल उलूम में पढ़ते हैं।  डीआईजी ने बताया कि यह चेकिंग अभियान सिर्फ देवबंद या किसी विशेष समुदाय के लिए नहीं है। मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में भी यह अभियान चल रहा है क्योंकि यहां से भी आंतकी गतिविधियों की सूचनाएं आ रही थीं। जितने भी लोगों के पास पासपोर्ट है उन सभी के दस्तावेजों की जांच होगी। पिछले कई ऐसे उदाहरण हैं जब यहां के कई संदिग्ध की पहचान पर सवाल उठा है। डीआईजी ने कहा कि अगस्त में मुजफ्फरनगर से

मेयर चमोली ने देहरादून शहर को एक सड़े हुए टमाटर के जैसा बना दिया है : आजाद अली

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देहरादून।  उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली ने देहरादून शहर की साफ-सफाई और सुंदरता पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए नगर निगम के मेयर विनोद चमोली और भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार और भाजपा के ही मेयर विनोद चमोली पर निशाना साधते हुए कहा कि देहरादून को राजधानी होने के बावजूद स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में मेयर विनोद चमोली पूरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं। उन्होंने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि राजधानी देहरादून के मुख्य मार्गों को छोड़कर पूरे शहर की हालत देखकर लगता है कि भाजपा विपक्ष के लायक भी नहीं है। उन्होंने मेयर विनोद चमोली के कार्यों पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि मेयर चमोली ने देहरादून शहर को एक सड़े हुए टमाटर के जैसा बना दिया है, जो दिखने में तो सुंदर लगे किंतु अंदर से सड़ा हुआ हो। उन्होंने कहा कि शहर की साफ-सफाई और साज-सज्जा को लेकर नगर निगम पूरी तरह से पिछड़ा हुआ साबित हुआ है। आज़ाद अली ने कहा कि यदि भाजपा के मेयर विनोद चमोली के पिछले 5 साल के कार्यकाल की ही बात करें तो उनके पास उपलब्धि के नाम पर ऐसा कुछ भी नहीं जिसे दूनवासी सदियों तक याद रख सकें

मुख्यमंत्री ने कहा कर्ज माफ नहीं होगा, ये तो होना ही था पर थोड़ी देर से दिखाई असलियतः आजाद अली

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देहरादून।  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा किसानों के कर्ज को माफ ना करने के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किसानों की कर्जमाफी ना करने का फैसला सुनाकर अपना असली चेहरा राज्य की जनता को दिखाया है। आजाद अली ने कहा कि मुख्यमंत्री से यही उम्मीद थी किंतु उन्होंने अपनी असलियत थोड़ी देर से दिखाई। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को घेरते हुए कहा कि बड़े शर्म की बात है कि किसानों का कर्ज माफ करने में भाजपा सरकारों का बजट डगमगा जाता है किंतु भाजपा समर्थक उद्योगपतियों को सब्सिडी प्रदान करने एवं उनके कर्ज माफ करने में इन सरकारों के बजट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की शान और पहचान माने जाने वाले किसान के साथ सौतेला व्यवहार कर भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने सारी हदें पार कर दी है, फिर चाहे वो केंद्र की सरकार हो या भाजपा शासित राज्यों की सरकारें। सभी अपने ढंग से किसानों के साथ खिलवाड़ करती आ रही हैं और उनके हितों का हनन कर तानाशाही का मुजाहिरा पे

मुकेश शर्मा ने लिया कार्बेट पार्क की व्यवस्थाओं का जायजा

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रामनगर।  उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध जनसेवी मुकेश शर्मा ने रामनगर स्थित कार्बेट पार्क का भ्रमण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गौरतलब है कि राज्य के कुमाउं क्षेत्र में स्थित कार्बेट पार्क विश्व विख्यात है। कार्बेट पार्क में प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में सैलानी भ्रमण के लिए आते हैं किन्तु अक्सर कुछ पर्यटक यहां की व्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें करते हुए भी नजर आते हैं। इसी क्रम में जनसेवी मुकेश शर्मा ने कार्बेट पार्क का भ्रमण किया और कार्बेट पार्क की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने टिकट खिड़की से लेकर जंगल सफारी तक का अनुभव प्राप्त किया। मुकेश शर्मा ने बताया कि कार्बेट क्षेत्र में बाघ ना के बराबर ही नजर आ रहे हैं। बाघ के दीदार के लिए सैलानियों को घंटों तपस्या करनी पड़ रही है और खुशनसीब लोगों को ही बाघ के दर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्क प्रशासन द्वारा कई मामलों में कोताही बरती जा रही है जिस वजह से यहां घूमने आने वालों को कई मर्तबा फजीहतों का सामना भी करना पड़ता है। उन्होंने पार्क के रखरखाव व साफ-सफाई को लेकर भी सवाल खड़े किये। वहीं सफारी के लिए प्रयोग किये जाने वाले हाथ

देहरादून में धड़ल्ले से परोसे जा रहे हैं प्लास्टिक के चावल

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देहरादून। देश-दुनिया में चर्चाओं के बाद प्लास्टिक के चावल देहरादून में भी पहुंच गए हैं। गंभीर यह कि प्लास्टिक के चावल रेस्तरां में परोसे जा रहे हैं। रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक प्रतिष्ठित रेस्तरां में प्लास्टिक के चावल परोसे जाने का वीडियो वायरल होने के बाद इस बात की पुष्टि हुई है। वीडियो स्वयं रेस्तरां में खाना खाने पहुंचे मसूरी क्षेत्र के कुछ लोगों ने बनाया है और इसमें यह भी दिख रहा है कि प्लास्टिक के चावल गोला बनाने पर किस तरह प्लास्टिक की बॉल की तरह सख्त हो जाते हैं। वीडियो का संज्ञान लेकर देर रात खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रेस्तरां में जाकर चावल के सैंपल लिए। दरअसल, शुक्रवार को कुछ लोग रेलवे स्टेशन के पास स्थित अमन वेजिटेरियन रेस्तरां में भोजन करने पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने 60 रुपये की थालियों के ऑर्डर दिए। जैसे ही लोगों ने भोजन करना शुरू किया, उन्हें चावल कुछ सख्त से लगे। प्लास्टिक के चावल होने के संदेह पर एक व्यक्ति ने थाली से एक मुठ्ठी चावल उठाए और उनका गोला बनाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते पके चावल प्लास्टिक की सख्त गेंद में तब्दील हो गए। चावल से बनी गेंद को मे

उत्तराखण्ड में लगेंगे एक करोड़ एलइडी बल्ब

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देहरादून। ऊर्जा विभाग ने प्रदेश में एक करोड़ एलइडी बल्ब लगाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए अब सभी नगर निगम व नगर निकायों में एलइडी काउंटर लगाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही विभाग ने एनर्जी एफिसियेंसी सर्विसेज लिमिटेड (इइएसएल) को एलइडी बल्ब वितरण के लिए पोस्ट ऑफिस में काउंटरों की संख्या 67 से बढ़ाकर 100 करने के निर्देश दिए हैं। सचिव ऊर्जा राधिका झा की अध्यक्षता में एलइडी बल्बों के वितरण को लेकर एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक करोड़ एलइडी बल्ब लगाने का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार ने उजाला कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी सरकारी कार्यालयों में एलइडी बल्ब एवं अन्य ऊर्जा दक्ष उपकरणों का अनिवार्य उपयोग करने के आदेश दिए हैं।  उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी नगर निकायों में एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए नगर विकास विभाग, इइएसएल व ऊर्जा विभाग के समन्वय से इसका क्रियान्वयन करेंगे। उन्होंने कहा कि इइएसएल पोस्ट आफिस में अपने काउंटर बढ़ाए। उन्होंने उरेडा को प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में एलइडी बल्ब की उपलब्धता के लिए सभी जनपदीय कार्यालयों में का

'रन फॉर यूनिटी' में दौड़ेंगे 10 हजार भाजपाई

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देहरादून। लौह पुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की जयंती पर होने वाली 'रन फॉर यूनिटी' को उत्तराखंड में सफल बनाने के लिए सरकार और भाजपा संगठन जुट गए हैं। प्रदेश भाजपा की शनिवार शाम हुई बैठक में तय किया गया कि इस आयोजन में पार्टी पूरा सहयोग देगी। बताया गया कि देहरादून में 10 हजार कार्यकर्ता इसमें सहयोग करेंगे। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट हल्द्वानी में एकता दौड़ में शिरकत करेंगे। भाजपा मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी कार्यकर्ताओं से कहा गया कि वे रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी करें। इस अवसर पर देहरादून में होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर कार्यकर्ताओं के लिए विस क्षेत्रवार भागीदारी तय की गई। बताया गया कि धर्मपुर विस क्षेत्र के कार्यकर्ता विधानसभा भवन के समक्ष, रायपुर क्षेत्र के किसान भवन, कैंट क्षेत्र के नगर निगम और मसूरी व राजपुर क्षेत्र के कार्यकर्ता पवेलियन ग्राउंड में इस दौड़ में शिरकत करेंगे। बैठक में विधायक विनोद चमोली व उमेश शर्मा काऊ, भाजपा महामंत्री संगठन संजय कुमार, प्रदेश मंत्री सुनील उनियाल गामा, सह मीडिया प्रभार

राइका भवान में ब्लाक स्तरीय विज्ञान महोत्सव का आयोजन

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टिहरी गढ़वाल। दिनांक 26.10.2017 को ब्लाक स्तरीय विज्ञान महोत्सव का आगाज राइका भवान में संपन्न हुआ। इस विज्ञान महोत्सव में 28 माध्यमिक विद्यालयों के 108 बाल वैज्ञानिकों व विज्ञान गाइड शिक्षको ने प्रतिभाग किया। जिसमें निम्न श्रेणी के परिणाम निम्नवत रहे ये सफल प्रतिभागी जिला स्तर पर जिला महोत्सव में प्रतिभाग करेंगे। विज्ञान ड्रामा में प्रथम स्थान (राबाइका थत्यूड़) टीम प्रोजेक्ट-अर्जुन नकोटी प्रिंस नकोटी (श.ना.द.श.राइका पुजारगांव) के इन छात्रों ने प्रथम स्थान हासिल किया। अनमोल रावत रोहित दास राइका मरोली ने द्वितीय स्थान हासिल किया। विज्ञान प्रोजेक्ट में जतिन बिस्ट (राइका पुजारगांव )से प्रथम स्थान हासिल किया। विज्ञान प्रदर्शनी जूनियर वर्ग में स्वास्थ्य प्रोजेक्ट में कु० सानिया (SGRR थत्यूड़) ने प्रथम स्थान हासिल किया। विज्ञान प्रदर्शनी सीनियर वर्ग स्वास्थ्य प्रोजेक्ट में (राइका नौधर) की छात्रा कु० मनीषा ने हासिल किया। विज्ञान ड्रामा में प्रथम स्थान प्राप्त वाली टीम व विज्ञान मेला में प्रथम व द्वितीय एवं विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी 07 नवम्

जनपद की सड़कों की कोई सुध नहीं ली प्रशासन ने : आजाद अली

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देहरादून।  राजधानी देहरादून की सड़कों का बहुत बुरा हाल है। मानसून बीत जाने के बावजूद भी सड़कों की मरम्मत नहीं हो पायी है। नगर की जनता को इस वजह से फजीहतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे आम जनता के बीच आक्रोश व्याप्त है। ये कहना है उत्तराखण्ड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली का। मीडिया से वार्ता करते हुए आजाद अली ने कहा कि स्थानीय प्रशासन जनता की समस्याओं को लेकर उदासीन बना हुआ है। जिस वजह से जनता की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मानसून बीत जाने के बावजूद भी राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन और लोक निर्माण विभाग ने जनपद की सड़कों की कोई सुध नहीं ली। आजाद अली ने कहा कि जनपद की सड़कों का हाल बहुत बुरा हो चुका है। मालूम नहीं पड़ रहा है कि सड़कों में गढ्ढे हैं या गढ्ढ़ों में सड़क। उन्होंने कहा कि टूटी-फूटी सड़कों की वजह से जनपद में रोजाना सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोग चोटिल हो रहे हैं। कई लोग इन हादसों की वजह से अपनी जानें भी गवां चुके हैं। कुछ जगह पर पैचवर्क कर प्रशासन ने अपने कार्यों की इतिश्री कर ली किन्तु कुछ समय बाद ही ये पैचवर्क उखड़कर गहरे गढ्ढ़ों में तब्दील हो

स्कूल जाने के लिए बच्चों ने मिलकर बनाया पुल

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उत्तरकाशी। असी गंगा घाटी के गजोली के पास गजोली गाड पर तंत्र ने जब चार साल में एक पुल नहीं बनाया तो स्कूली नौनिहालों ने अभिभावकों के साथ मिलकर चार घंटे में एक अस्थायी पुलिया तैयार कर दी। यह पुलिया गजोली व नौगांव को इंटर कॉलेज भंकोली को जोड़ती है। इन दोनों गांवों के 45 छात्र-छात्राएं राइंका भंकोली में पड़ते हैं। अभी तक ये छात्र एक जर्जर पुलिया से जान को जोखिम में डाल कर गजोली गाड को पार कर रहे थे। असी गंगा घाटी के गजोली व नौगांव में इंटर कॉलेज नहीं हैं। ऐसे में इन दिनों गांव के नौनिहालों को तीन किलोमीटर दूर इंटर कॉलेज भंकोली जाना पड़ता है। वर्तमान में इन दोनों गांवों के 45 छात्र-छात्राएं भंकोली इंटर कॉलेज में अध्ययनरत हैं। लेकिन, इन नौनिहालों को घर से स्कूल और स्कूल घर आने-जाने के दौरान जान जोखिम में डालनी पड़ती है। वर्ष 2013 से पहले यहां गजोली गाड के पास एक आरसीसी की पुलिया थी। जो आपदा में बह गई, लेकिन उसके बाद यहां कोई पुलिया नहीं बनाई गई। अस्थाई व्यवस्था के लिए ग्रामीणों ने एक कच्चा पुल तैयार किया था। पर, वह भी बुरी तरह से टूट गया। इधर नौनिहालों के सामने जर्जर पुल से स

दिवाली पर नहीं बिकेंगे दिल्ली में पटाखे

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नई दिल्ली।  सुप्रीम कोर्ट ने इस दीपावली पर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों (एनसीआर) में 31 अक्टूबर तक पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है। कोर्ट ने पिछले साल का अपना आदेश बहाल कर दिया है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दीपावली के बाद 11 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर में पटाखे बेचने पर बैन लगा दिया था, लेकिन 12 सितंबर को कुछ शर्तों के साथ इसे हटा लिया था। इसके बाद एक पिटीशन में इस फैसले को वापस लेने की मांग की गई थी। पॉल्यूशन की वजह से बैन: – दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते पॉल्यूशन की वजह से पटाखों की बिक्री पर रोक लगाई गई है। – पिछले महीने पटाखों की बिक्री से बैन हटाए जाने के बाद अर्जुन गोपाल नाम के शख्स ने इसके खिलाफ पिटीशन लगाई थी। – गोपाल का कहना था कि पिछले साल भी दीपावली के बाद दिल्ली में पॉल्यूशन काफी बढ़ गया था। CPCB ने भी की थी बैन की मांग – सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने भी पटाखों की बिक्री पर बैन की मांग का सपोर्ट किया था। – हालांकि, लाइसेंस लेकर पटाखे बेचने वाले कारोबारियों ने इसका विरोध किया था। उनका कहना था कि 12 सितंबर का फैसला सभी पक्षों से बातचीत करने

गोधराकांड के ग्यारह दोषियों की सजा उम्र कैद में बदली

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अहमदाबाद।  साल 2002 में गोधरा में ट्रेन के डिब्बे जलाने के मामले में एसआईटी की विशेष अदालत की ओर से आरोपियों को दोषी ठहराए जाने और बरी करने के फैसले को चुनौती देने वाली अपीलों पर गुजरात उच्च न्यायालय ने आज अपना फैसला सुनाते हुए 11 दोषियों को फांसी की सजा उम्रकैद में बदल दी। उच्च न्यायालय ने गोधरा कांड में 20 अन्य दोषियों की उम्रकैद की सजा बरकरार रखी। साथ ही उच्च न्यायालय ने सरकार और रेलवे को निर्देश दिया कि वे गोधरा ट्रेन कांड में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10-10 लाख रुपये दे। उल्लेखनीय है कि साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 डिब्बे को 27 फरवरी 2002 को गोधरा स्टेशन पर आग के हवाले कर दिया गया था, जिसके बाद पूरे गुजरात में दंगे भड़क गए थे। इस डिब्बे में 59 लोग थे, जिसमें ज्यादातर अयोध्या से लौट रहे ‘कार सेवक’ थे। एसआईटी की विशेष अदालत ने एक मार्च 2011 को इस मामले में 31 लोगों को दोषी करार दिया था जबकि 63 को बरी कर दिया था। 11 दोषियों को मौत की सजा सुनाई गई जबकि 20 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। बाद में उच्च न्यायालय में कई अपीलें दायर कर दोषसिद्धी को चुनौती दी गई जबकि राज