पीवी सिंधु फाइनल में कई बार कर चुकी हैं निराश, क्या एशिया कप 2018 में दिला पाएंगी देश को स्वर्ण पदक

पीवी सिंधु फाइनल में कई बार कर चुकी हैं निराश, क्या एशिया कप 2018 में दिला पाएंगी देश को स्वर्ण पदक
 
By:-Jasveer Singh-: भारत की स्टार महिला शटलर पीवी सिंधु ने सोमवार को एशियाई खेल 2018 में महिला बैडमिंटन सिंगल्स के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। वह एशियाई खेलों के इतिहास में बैडमिंटन महिला फाइनल्स में पहुंचने वाली भारत की पहली शटलर बनी। ओलंपिक मेडलिस्ट ने सोमवार को सेमीफाइनल में विश्व नंबर-2 जापान की अकाने यामागुची को कड़े मुकाबले में 21-17, 15-21, 21-10 से मात दी।
अब फाइनल में सिंधु का मुकाबला विश्व की नंबर-1 चीनी ताइपे की ताई जू यिंग से होगा, जिन्होंने दिन के पहले सेमीफाइनल में भारत की साइना नेहवाल को सीधे सेटों में 21-17, 21-14 से मात दी थी।
सिंधु के फाइनल में पहुंचते ही देश को एक और गोल्ड की उम्मीद हो गई, हालांकि सिंधु के पिछले प्रदर्शन पर एक नजर डालें तो वह कई बार फाइनल में पहुचकर गोल्ड पर कब्जा करने से चूकी हैं।
विश्व चैंपियनशिप में पहले दो ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली सिंधु के पास करीब एक साल पहले दुबई में खेले गए बीडब्ल्यू सुपर सीरीज के फाइनल में गोल्ड जीतने का सुनहरा अवसर था, लेकिन फाइनल में अकाने यामागुची से मिली शिकस्त के कारण उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था।
जापान की नोजोमी ओकुहारा से सिंधु की टक्कर हमेशा कांटे की रही है। हालांकि कई मौकों पर ओकुहारा ने सिंधु को हराकर उनसे बड़ा पदक छीना है। विश्व चैंपयनशिप फाइनल (2017) में भी उन्हें ओकुहारा से 19-21, 22-20, 20-22 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
साल 2016 में हुए रियो ओलंपिक में सिंधु ने देश को सिल्वर मेडल जीताया था। रियो ओलंपिक के फाइनल में उनका सामना स्पेन की नंबर एक खिलाड़ी कैरोलिना मारीन से था। दोनों खिलाड़ियों के बीच एक घंटा 23 मिनट तक चले इस मैच में मारिन ने यह मुकाबला 19-21, 21-12, 21-15 से जीता था।


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