एकता के सूत्र में बंधकर अपनी लड़ाई लड़ें दलित और मुस्लिम : आज़ाद अली


देहरादून। 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अंजुमन खादिम मूल इस्लाम नामक संस्था की ओर से राष्ट्रीय सामाजिक न्याय क्रांति मंच के पदाधिकारियों समेत उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आजाद अली को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए आजाद अली ने कहा कि पिछले काफी समय से देश में दलितों और मुस्लिमों का उत्पीड़न किया जा रहा है। किसी ना किसी बहाने से सत्ता में बैठे लोगों के द्वारा मासूम और गरीब दलितों, अति पिछड़ों और मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दलित समाज और मुस्लिम समुदाय के लोग अब इस जुल्म को और बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अब समय आ गया है कि दलितों और मुस्लिमों को अलग-अलग ना बटकर एकजुट हो जाना चाहिए और एकता के सूत्र में बंधकर अपनी लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि देशभर में जगह- जगह दलितों और मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। कुछ ताकते हैं जो नहीं चाहती कि दलित और मुस्लिम आगे बढ़ें और समाज में तरक्की करें।
आज़ाद अली ने कहा कि वे ऐसी ताकते हैं जो देश में अशांति और भेदभाव का माहौल बनाए रखना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग देश को बांटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि देश के गरीब तबके के लोगों चाहे वह दलित हो या मुसलमान उन्हें अपने हक को हासिल करने के लिए अब आवाज उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने देश को एक मजबूत और सशक्त संविधान दिया, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपने अधिकारों से महरूम ना रहे किंतु आज कुछ ताकतों के द्वारा गरीबों और पिछड़े हुए लोगों को दबाने का व उनके अधिकारों के हनन करने का कार्य किया जा रहा है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर भी दलित समाज से ताल्लुक रखते थे बावजूद इसके उनकी सोच बहुत ऊंची थी। उन्होंने आह्वान किया कि हमें भी अपनी सोच को बाबा साहेब की तरह ऊंची करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसी ताकतों का विरोध करने के लिए हमें अब उठ खड़ा होना होगा। यदि हम अभी भी नहीं जागे तो हमारे साथ-साथ हमारी आने वाली पीढ़ियां भी इस उत्पीड़न का शिकार होती रहेंगी।

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