महिलाओं के साथ विधायक द्वारा की गई घटना से आहत होकर भेजी मोदी को वीडियो: आज़ाद अली
देहरादून। हाल ही में रुद्रपुर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक राजकुमार ठुकराल के द्वारा एक दलित महिला पर अत्याचार करते हुए मारपीट की गई। आरोपी विधायक की ये शर्मनाक करतूत कैमरे में कैद हो गयी। पिछले कुछ दिनों से ये घटना अखबारों और समाचार चैनलों की सुर्खियों में छायी हुई है। इस शर्मनाक घटना की निंदा करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव आज़ाद अली ने कहा कि आरोपी विधायक राजकुमार ठुकराल के द्वारा की गई इस शर्मनाक हरकत की जितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की त्रिवेंद्र सरकार द्वारा आरोपी विधायक को बचाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजकुमार ठुकराल को भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते वो पूर्व में भी कईं आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अब आरोपी विधायक द्वारा फैसला करने के लिए पीड़िता और उसके परिजनों को डराया और धमकाया जा रहा है। आज़ाद अली ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि पीड़ित महिला को डरा धमकाकर व हर तरह से दबाव बनाकर जबरन फैसला करवाया जा चुका है। इस घटना पर अपना रोष प्रकट करते हुए एवं महिलाओ पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए आज़ाद अली ने आरोपी विधायक के खिलाफ कानून द्वारा सख्त कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार को हिदायत देते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार इस घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले आरोपी विधायक को अपना संरक्षण देना बंद करे।
उन्होंने कहा कि अपराध तो अपराध ही होता है उसे अंजाम देने वाला फिर चाहे छोटा व्यक्ति हो या रसूखदार उसे उसके किये की सज़ा जरूर मिलनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार और कानून ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया और अपना कार्य ठीक से नहीं किया तो उन्हें आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने इस प्रकरण पर अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक शिकायती पत्र व घटना का वीडियो भेजा है। उन्होंने कहा कि विधायक ठुकराल ने मोदी के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के सपने पर खड़ा करके वार किया है और ये घटना तब घटित हुई जब पूरी दुनिया में महिला दिवस मनाया गया हो और प्रधानमंत्री खुद महिलाओं के हक़ की बातें करते हों।
आज़ाद अली ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के साथ ही राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग, महिला एवं बाल विकास मंत्री भारत सरकार, राज्यपाल उत्तराखंड, मुख्यमंत्री उत्तराखंड, राज्य महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य, महिला काँग्रेस अध्यक्ष उत्तराखंड, राज्य बल सरक्षण आयोग, एसएसपी उधमसिंह नगर, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, डीजीपी उत्तराखंड, पूर्व सीएम हरीश रावत, उत्तराखंड काँग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, मुख्य सचिव उत्तराखंड एवं विधानसभा विपक्ष नेत्री उत्तराखंड इंदिरा हृदयेश को शिकायती पत्र भेजकर इस गंभीर मामले पर कार्रवाई की मांग की है।
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