8 साल की बच्ची के गुनाहगार विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े है तो मुँह बन्द है भागवत का: आज़ाद अली



देहरादून। राजधानी दून में रविवार को मुस्लिम सेवा संगठन समिति द्वारा शहर काजी मोहम्मद अहमद कासमी की सदारत में संगठन के संयोजक/संरक्षक आजाद अली व अमन पसंद शहर वासियों द्वारा परेड ग्राउंड में एकत्रित होकर परेड ग्राउंड से जिला अधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाला गया।  इस दौरान महिलाओं पर देशभर में हो रहे अत्याचार की जमकर निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस प्रदेश सचिव आजाद अली ने कहा कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ मंदिर परिसर में बजरंग दल से जुड़े व्यक्तियों के द्वारा गैंगरेप जैसा घिनोना अपराध किया व आस्था के मंदिर को भी शर्मसार किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों का कोई धर्म नहीं हो सकता, ऐसे लोगों का समाज से तत्काल बहिष्कार करते हुए फांसी पर चढ़ा देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 8 साल की बच्ची के गुनाहगार विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े है, शायद इसीलिए मोहन भागवत का मुँह बन्द है।

वहीं विरोध मार्च के दौरान उन्नाव जिले में सत्ताधारी पार्टी के विधायक कुलदीप सेंगर द्वारा रेप व विधायक के भाई द्वारा रेप पीड़िता के पिता की हत्या के आरोपियों को तत्काल फांसी देने की मांग की गई। इसके अलावा उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के अगस्तमुनि शहर में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया था। इस घटना पर रोष प्रकट करते हुए आजाद अली ने कहा कि इसकी कोई सत्यता नही थी। वीडियो को आधार बनाकर स्वामी दर्शन भारती व उसके समर्थकों द्वारा बेकसूर मुसलमानों की दुकानें जलाई गई व बेकसूर मुसलमानों से अभद्रता की गई इस कृत्य के दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की जानी चाहिए।

इसके अलावा एक अन्य घटना में सूरत में 10 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपी एबीवीपी कार्यकर्ता हरीश ठाकुर व उसके सहयोगियों को फांसी देने की मांग करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन प्रेषित किया गया। उक्त ज्ञापन में मुस्लिम सेवा संगठन ने अनुरोध किया कि उक्त कृत्यों के दोषियों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही करते हुए देशभर में "इंसानियत जिंदा है" का पैगाम देने का कष्ट करें। साथ ही ज्ञापन में मांग की गई कि इस तरह के अपराधों के लिए अलग से कानून बनाकर एक माह में सजा का प्रवधान किया जाना चाहिए।


विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्य रुप से मोहम्मद अहमद, कासमी (शहर काजी), संगठन संयोजक/संरक्षक आजाद अली, इकाई अध्यक्ष मेहुवाला हसीन राव, आकिब कुरैसी, नाजिम खान, सदाम कुरैशी, वसीम अहमद, जुनैद अंसारी, दानिश कुरैशी, सोहेल खान, अदनान खान, शाहनवाज अब्बासी, नदीम चौधरी, साकिब कुरैशी, आशिफ कुरैशी, मोहम्मद तययन, मुदसिर कुरैशी एवं दानिश खान समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।

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