टिहरी से भाजपा महावीर रांगड को उतार सकती है
धनोल्टी ( जसवीर मनवाल ) 2017 के उत्तराखण्ड विधान सभा चुनाव मे एन वक्त पर भाजपा ने पूर्व विधायक महावीर सिंहं रांगड का 14 धनोल्टी विधान सभा सीट से टिकट काटकर पूर्व राज्यमन्त्री निशाने बाज जशपाल राणा के पिता व केन्द्रीय गृह मन्त्री राजनाथ सिहं के समधी नारायण सिंह राणा को धनोल्टी सीट से प्रत्याशी बनाया था एन वक्त पर टिकट कटने के कारण पूर्व विधायक महावीर सिंह रांगड प्रदेश की राजनैतिक गलियारो में चर्चाओ में आ गए थे | महावीर रांगड 2003 मे उस वक्त जब प्रदेश मे नारायण दत्त तिवारी की कांग्रेस सरकार थी व प्रदेश की पहली निर्वाचित कांग्रेस सरकार मे धनोल्टी विधान सभा से भी कांग्रेस के विधायक कौलदास थे एसे वक्त पर महावीर रांगड टिहरी के जौनपुर विकास खण्ड से भाजपा के प्रत्याशी के रुप मे भाजपा से पहली बार जौनपुर विकास खण्ड मे ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीते थे | और जौनपुर मे भाजपा का खाता खुला था|
राष्टीय स्वंय सेवक संघ मे अच्छी पकड रखने वाले महावीर रांगड 2012 मे आरक्षित से सामान्य हुई धनोल्टी सीट से लगभग 1200 मतो से विजयी हुए लेकिन 2017 विधान सभा चुनाव मे एन वक्त पर भाजपा ने सिटिगं विधायक महावीर सिंह रांगड का टिकट काटकर पूर्व मन्त्री नारायण सिहं राणा को दे दिया जिसका खामयाजा गुटबाजी के कारण भाजपा को हार के रूप मे भुगतना पडा किन्तु महावीर रांगड टिकट कट जाने के बाद भी चुपचाप ही दिखे व भाजपा की कई धनोल्टी की रेलियो मे प्रचार करते दिखे व भाजपा ने मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की विधान सभा ढ़ोईवाला का प्रभारी रांगड को नियुक्त किया | वर्तमान मे सुबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिहं रावत का रांगड को पुर्व से ही खासम खास माना जाता है | टिकट कट जाने के बाद से ही महावीर रांगड टिहरी लोक सभा मे सक्रिय रुप से नजर आ रहे है |
मुख्यमन्त्री के नजदिकी होना व संघ के खासमखास होने के कारण टिहरी लोक सभा मे कई विकास कार्यो की स्वीकृति रांगड के द्वारा कराई गई है यदि वर्तमान सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह को भाजपा टिकट नही देती तो क्या लोक सभा का दांव महावीर रांगड पर खेला जा सकता है 2017 मे कटे टिकट का फायदा भाजपा 2019 लोक सभा चुनाव के तहत लोक सभा का टिकट रांगड को दे सकती है अब ए आने वाला समय ही बताएगा भोगोलिक परिवेश के तहत भी भाजपा टिहरी के जौनपुर के मुल निवासी होना देहरादुन मे घर होना और उत्तरकाशी मे रिश्तेदारी होना भी महावीर सिहं रागंड को टिकट दे सकती है |
संवाददाता जसवीर सिंह की महावीर रांगड से वार्ता पर रांगड ने कहा की वो भाजपा की रिती और निति के तहत कार्य करेगें जैसा आदेश पार्टी संगठन का रहेगा वह उसी प्रकार से पूर्व की भांती संगठन के निर्णय के तहत कार्य करेगें|राष्टीय स्वंय सेवक संघ मे अच्छी पकड रखने वाले महावीर रांगड 2012 मे आरक्षित से सामान्य हुई धनोल्टी सीट से लगभग 1200 मतो से विजयी हुए लेकिन 2017 विधान सभा चुनाव मे एन वक्त पर भाजपा ने सिटिगं विधायक महावीर सिंह रांगड का टिकट काटकर पूर्व मन्त्री नारायण सिहं राणा को दे दिया जिसका खामयाजा गुटबाजी के कारण भाजपा को हार के रूप मे भुगतना पडा किन्तु महावीर रांगड टिकट कट जाने के बाद भी चुपचाप ही दिखे व भाजपा की कई धनोल्टी की रेलियो मे प्रचार करते दिखे व भाजपा ने मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की विधान सभा ढ़ोईवाला का प्रभारी रांगड को नियुक्त किया | वर्तमान मे सुबे के मुख्यमन्त्री त्रिवेन्द्र सिहं रावत का रांगड को पुर्व से ही खासम खास माना जाता है | टिकट कट जाने के बाद से ही महावीर रांगड टिहरी लोक सभा मे सक्रिय रुप से नजर आ रहे है |
मुख्यमन्त्री के नजदिकी होना व संघ के खासमखास होने के कारण टिहरी लोक सभा मे कई विकास कार्यो की स्वीकृति रांगड के द्वारा कराई गई है यदि वर्तमान सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह को भाजपा टिकट नही देती तो क्या लोक सभा का दांव महावीर रांगड पर खेला जा सकता है 2017 मे कटे टिकट का फायदा भाजपा 2019 लोक सभा चुनाव के तहत लोक सभा का टिकट रांगड को दे सकती है अब ए आने वाला समय ही बताएगा भोगोलिक परिवेश के तहत भी भाजपा टिहरी के जौनपुर के मुल निवासी होना देहरादुन मे घर होना और उत्तरकाशी मे रिश्तेदारी होना भी महावीर सिहं रागंड को टिकट दे सकती है |
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