न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी का 'बड़ा' फैसला


Published At: Wednesday , 13 February, 2019Last Modified: Monday, 11 February, 2019
उत्तराखंड आज तक [जसवीर मनवाल] ।
एबीपी न्यूज’ का जाना-पहचाना चेहरा और प्राइम टाइम एंकर चित्रा त्रिपाठी ने नए साल में अब नए संस्थान के साथ अपनी पत्रकारिता की पारी आगे बढाने का फैसला किया है। उन्होंने एबीपी न्यूज से इस्तीफा दे दिया है। एबीपी न्यूज के साथ उन्होंने ढाई साल की एक सफल पारी खेली है। 
अब उन्होने नई पारी 11 फरवरी को देश के नंबर वन चैनल ‘आजतक’ के साथ शुरू की है। बताया जा रहा है कि ‘आजतक’ में चित्रा डिप्टी एडिटर/एंकर के पद पर जॉइन किया है। वे चैनल पर शाम 7 बजे का शो 'देश तक' होस्ट करेंगी, साथ ही वे चैनल के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग भी करती दिखाई देंगी। 

बड़ी बात ये भी है कि जिस तरह उन्होंने इंडिया न्यूज से एबीपी जॉइन करते समय कोई ब्रेक नहीं लिया था, उसी तरह अब एबीपी न्यूज से आजतक आने से पहले भी उन्होंने कोई ब्रेक नहीं लिया। वे उन चुनिंदा एंकर्स में है, जो डेडिकेशन के साथ लगातार काम में जुटी रहती हैं। 
गौरतलब है कि चित्रा त्रिपाठी को कश्मीर में आई बाढ़ पर रिपोर्टिंग के लिये प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड भी मिल चुका है।
2016 में एबीपी न्यूज से जुड़ने के बाद चित्रा त्रिपाठी की चेहरा पूरे देश में अपनी एख अलग पहचान बनाने में सफल हुआ था। ‘एबीपी न्यूज’ में ‘2019 कौन जीतेगा’ शो करती थीं, साथ ही उनके पास 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' जैसा बड़ा वीकली प्रोग्राम भी था। ‘एबीपी’ में उन्हें सियाचिन में की गई रिपोर्टिंग के लिये बेस्ट रिपोर्टर का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जबकि #कौनबनेगामुख्यमंत्री, #मोदीकेचारसाल और #बिहारकानेता कैसा हो, जैसे फ्लैगशिप शो जो लोगों के बीच जाकर किये गये, के जरिये उन्हें बड़ी पहचान मिली और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें सम्मानित किया।
यूपी के एक गांव में आधी रात को की गई उनकी एक बड़ी स्टोरी, जिसमें बीजेपी विधायक के घर बिजली और पूरे गांव में अंधेरे पर रिपोर्टिंग थी, जिसके बाद यूपी सरकार के बिजली मंत्री ने तीन दिन के अंदर गांव में खंभे लगवाये और आजादी के बाद वहां पहली बार लोगों के घरों में बिजली आई।
सपा सरकार के बिजली मंत्री के गांव में भी उन्होंने बिजली पर रात के अंधेरे में रिपोर्टिंग की तो पता चला मंत्रीजी ने अपने धर्म के लोगों के घरों में बिजली पहुंचाई और दूसरे घरों में अंधेरा-कार्यक्रम का नाम था हिंदुओं के घर में अंधेरा।जहां बाद में बिजली पहुंची। हाल ही में #कुंभ में बुलेट चलाते हुये की गई उनकी कवरेज की लोगों ने खूब चर्चा की थी। सोशल मीडिया पर भी उनके फॉलोवर की अच्छी खासी संख्या है। फेसबुक के माध्यम से अयोध्या की एक बूढ़ी अम्मा के साथ भोजपुरी में की गई राम मंदिर पर उनकी बातचीत को तीन करोड़ से ज्यादा लोग देख चुके हैं।
एबीपी न्यूज के पहले चित्रा ‘इंडिया न्‍यूज’ चैनल में एसोसिएट एडिटर/प्राइम टाइम न्‍यूज एंकर थीं। करीब 14 साल से पत्रकारिता में सक्रिय चित्रा ने खास उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय युवा महिलाओं पर आधारित शो ‘बेटियां’ का भी सफलतापूर्वक संचालन किया था। उनका ये शो चैनल के फ्लैगशिप शो में गिना जाता था, जिसके 65 एपिसोड्स प्रसारित हुये थे और उनके द्वारा फेसबुक के माध्यम से भानुमति नाम की यूपी के एक गांव की महिला को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिये नॉमिनेट किया था, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली में सम्मानित किया था।
इसके अलावा चित्रा को उनकी स्‍टोरी ‘हिन्‍दुस्‍तान का मिशन जय हिन्‍द’ के लिए भारतीय सेना की ओर से प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है। ‘इंडिया न्‍यूज’ से पहले ‘सहारा समय’ (Sahara Samay) में न्‍यूज एंकर/प्रड्यूसर के पद पर कार्यरत थीं। चित्रा त्रिपाठी ने अपना करियर गोरखपुर दूरदर्शन से शुरू किया था। इसके बाद वह विभिन्‍न चैनल जैसे ‘ETV’ उत्‍तर प्रदेश एवं उत्‍तराखंड और ‘न्यूज 24’ में भी काम कर चुकी हैं। चित्रा ने गोरखपुर विश्‍वविद्यालय से ‘डिफेंस स्‍टडीज’ में स्‍नातकोत्‍तर किया है और इसमें उन्‍हें गोल्‍ड मेडल भी मिला था।
एनसीसी सी सर्टिफिकेट प्राप्‍त चित्रा को वर्ष 2001 में रिपब्लिक डे गॉर्ड ऑफ ऑनर में कमांड करने के लिये गोल्ड मेडल मिल चुका है और उन्हें इसी उपलब्धि के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी उनके आवास जाकर मिलने का मौका मिला था। 33 साल की चित्रा त्रिपाठी मूलत: यूपी के गोरखपुर की रहने वाली हैं।




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