Posts

Showing posts from February, 2019
Image
राज्य समीक्षा    उत्तराखण्ड उत्तराखंड में शोक की लहर..4 दिन में 4 सपूत शहीद, मेजर ढौंडियाल के 

घर में चल रही थी मेजर की शादी की तैयारी, तभी आई शहादत की खबर

Image
[17/02, 3:33 pm] JasveerManwal : देहरादून: जम्मू-कश्मीर में तैनात देहरादून के मेजर चित्रेश बिष्ट के घर उस समय कोहराम मच गया, जब पिता एसएस बिष्ट को बेटे के शहीद होने की खबर मिली. जिस घर में मेजर चित्रेश की शादी ही तैयारी चल रही थी. वहीं, उनके शहीद होने की जानकारी मिलते ही घर में मातम पसर गया. मेजर चित्रेश की शादी 7 मार्च को होनी थी. देहरादून निवासी मेजर चित्रेश बिष्ट जम्मू-कश्मीर के राजौरी में इंजीनियरिंग विभाग में 55 जीआर में तैनात थे. जानकारी के मुताबिक, शनिवार शाम को नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास तलाशी अभियान के दौरान सेना को इस बात की जानकारी मिली कि LOC के करीब 1.5 किमी अंदर आतंकियों ने इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाया था. इसके बाद सेना सतर्क हो गई. इस दौरान IED डिफ्यूज करते समय ब्लास्ट हो गया और इस घटना में मेजर चित्रेश शहीद हो गए.  शहीद मेजर चित्रेश के पिता एसएस बिष्ट उत्तराखंड पुलिस से सेवानिवृत्त हैं. उनका परिवार देहरादून के नेहरू कॉलोनी में रहता है. मेजर चित्रेश के शहादत की सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई. जिसने भी ये खबर सुनी वह गमगीन

न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी का 'बड़ा' फैसला

Image
Published At: Wednesday , 13 February, 2019 Last Modified: Monday, 11 February, 2019 उत्तराखंड आज तक [जसवीर मनवाल] । ‘ एबीपी न्यूज ’ का जाना-पहचाना चेहरा और प्राइम टाइम एंकर चित्रा त्रिपाठी ने नए साल में अब नए संस्थान के साथ अपनी पत्रकारिता की पारी आगे बढाने का फैसला किया है। उन्होंने एबीपी न्यूज  से इस्तीफा दे दिया है। एबीपी न्यूज के साथ उन्होंने ढाई साल की एक सफल पारी खेली है।  अब उन्होने नई पारी 11 फरवरी को देश के नंबर वन चैनल ‘ आजतक ’ के साथ शुरू की है। बताया जा रहा है कि ‘ आजतक ’ में चित्रा डिप्टी एडिटर/एंकर के पद पर जॉइन किया है। वे चैनल पर शाम 7 बजे का शो ' देश तक ' होस्ट करेंगी, साथ ही वे चैनल के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग भी करती दिखाई देंगी।  बड़ी बात ये भी है कि जिस तरह उन्होंने इंडिया न्यूज से एबीपी जॉइन करते समय कोई ब्रेक नहीं लिया था, उसी तरह अब एबीपी न्यूज से आजतक आने से पहले भी उन्होंने कोई ब्रेक नहीं लिया। वे उन चुनिंदा एंकर्स में है, जो डेडिकेशन के साथ लगातार काम में जुटी रहती हैं।  गौरतलब है कि चित्रा त्रिपाठी को कश्मीर में आई बा

देहरादून वालो को 24 घण्टे मिलेगा अब पानी जाने कब से? ओर पहाड़ वालो के लिए सीएम त्रिवेन्द्र की ये सौगात ,

Image
By: Jasveer  Manwal - February 10, 2019 75         देहरादून वालो को 24 घण्टे मिलेगा अब पानी जाने कब से? ओर पहाड़ वालो के लिए सीएम त्रिवेन्द्र की ये सौगात , मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने प्रस्तावित सौंग बांध पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया 1100 करोड़ रूपये से बनेगा बनेगा सौंग बांध। सौंग बांध के निकट के क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जायेगा। बांध परियोजना से प्रभावित परिवारों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत सौंधना गांव में प्रस्तावित सौंग बांध पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सरकार दूरगामी सोच के साथ काम कर रही है। बढ़ते जनसंख्या दबाव में शहरों में पानी की कमी की समस्या के समाधान के लिए दीर्घकालीन उपायों पर काम किया जा रहा है। 1100 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली सौंग बांध परियोजना पूरे देहरादून जिले को चौबीस घण्टे पानी उपलब्ध करवाएगी। इससे 100 करोड़ रूपये का बिजली का खर्च बचेगा। इस साढे़ चार किलोमीटर लम्बे व 128 मीटर
Image
सूबे के सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने किया सौंगबांध का स्थलीय निरीक्षण विशाल पटेल  रिपोर्टर : विरेन्द्र वर्मा 9 FEB  टिहरी / कैम्पटी  प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने टिहरी जनपद के धनौल्टी विधानसभा क्षेत्र के अर्न्तगत सौंधना गाँव में प्रस्तावित सौंगबांध पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। बता दें कि या पेयजल योजना प्रदेश के देहरादून शहर के लोगों को पेयजल उपलब्ध करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है इस अवसर पर सूबे के सीएम रावत ने कहा कि जीवन की पहली जरूरत पेयजल है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की तेजी से बढ़ रही आबादी को देखते सौंगबांध पेयजल योजना की कल्पना मेरे द्वारा सन्न 1993 में की गई थी। साथ ही पेयजल योजना को इस आशय से बनाया जा रहा है कि अगले 100 वर्षों तक लोगों को पेयजल उपलब्ध हो सके। साथ ही सौंगबांध परियोजना से रिस्पना नदी में भी 12 महीने पानी रहेगा। साथ ही इस बांध को इस ढंग से बनाया जाएगा कि लोग इसे देखने आयेगें। इसके साथ-साथ बांध क्षेत्र में 20,25 पन चक्कियों  का कलस्टर भी बनाया जाएगा ताकि क्षेत्र में भ्रमण पर आने वाले लोगों को पनचक्की के आटे की रोटी का स्वाद चखन

India vs New Zealand: टीम इंडिया की शानदार जीत में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना गए रोहित शर्मा

Image
होम तस्वीरें Feb 08, 2019 By :JasveerManwal  7 तस्वीरें Share Share Share Share तीन मैचों की टी20 सीरीज़ के दूसरे मुकाबले में गेंदबाज़ों के शानदार प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा(29 गेंद 50 रन) और रिषभ पंत(28 गेंद 40 रन) के कमाल से भारत ने मैच को 7 विकेट से अपने नाम कर लिया है. इस मुकाबले में मेज़बान टीम ने टॉस जीतकर पहले खेलते हुए 158 रन बनाए. जिसमें उन्हें स्टार कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने मुश्किल वक्त में 50 रनों की पारी खेली. लेकिन इसके बाद जिस तरह से कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन ने टीम की पारी की नींव रखी उसके बाद मानो किवी टीम के हाथ में कुछ नहीं बचा. इन दोनों बल्लेबाज़ ने पहले विकेट के लिए 9.2 ओवरों में 79 रन जोड़े जिसके बाद रिषभ पंत और धोनी ने इस लक्ष्य को हासिल किया. कप्तान रोहित शर्मा ने आज कप्तानी पारी खेलते हुए 16वां टी20 अर्धशतक भी पूरा किया. उन्होंने अपनी 50 रनों की पारी में आज चार छक्के लगाए और तीन चौके लगाए. चार छक्के लगाने के साथ ही उन्होंने एक ऐसा कमाल कर दिया कि वो अंतराष्ट्रीय टी20

India vs New Zealand: कप्तान रोहित शर्मा ने 'ये' बताई न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सबसे बड़ी हार की वजह

Image
Feb 06, 2019 By:Jasveer Manwal  7 तस्वीरें Share Share Share Share न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ सीफर्ट की आतिशी बल्लेबाज़ी और उसके बाद सोढ़ी और सैंटनर की घातक गेंदबाज़ी से मेज़बान टीम ने भारत को टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार दे दी है. तीन मैचों की टी20 सीरीज़ के पहले टी20 में भारत 85 रनों से हार गया जो कि रनों के लिहाज़ से टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार है. इस मुकाबले में न्यूज़ीलैंड की टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अपना टी20 में सर्वोच्च स्कोर 215 रन बनाया. इस लक्ष्य के जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम इतनी बुरी तरह बिखर गई कि वो लक्ष्य के आसपास भी नज़र नहीं आई. पूरी भारतीय टीम 20 ओवरों में महज़ 139 रन ही बना सकी. इस हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि ''ये मुश्किल मैच था, हमने तीनों विभागों में बेहद ही खराब प्रदर्शन किया. हम जानते थे कि छोटा मैदान होने के बावजूद यहां पर 220 रनों का लक्ष्य आसान नहीं रहने वाले. हमने साझेदारियां नहीं बनाई जिसकी वजह से ये मुश्किल हो गया.''